8TH SEMESTER ! भाग- 70( Second Session-2)
"नही यार... अरुण "
"क्या नही..."
"दीपिका मैम , मालदार भी है और शानदार भी...लेकिन उनमे वो बात नही है...."
"ईशा से तो हर क्वालिटी और क्वांटिटी मे दीपिका मैम बेटर है... उनके शरीर मे मांस भी ज्यादा है और पर्स मे पैसा भी... मै क्या बोलता हूँ, तू सेक्स slave बन जा दीपिका मैम का.. और एक रात का अपना पैसा फिक्स कर दे.. बढ़िया पार्ट टाइम जॉब भी मिल जायेगा तेरे.. क्या बोलता है..."
"क्या बोल रहा है बे तू... साले... ऐश को देखकर लेफ्ट साइड धड़कता है.. I really love her.. ,तू मान या ना मान..."
"चल प्रूव कर..."
"कैसे..."
"मैं एक काम बोलूँगा और तुझे वो करना पड़ेगा...."
"कैसा काम"मैने आर्मी स्टाइल मे तन्कर खड़ा होते हुए अरुण से पुछा..
"ऐसी शकल क्यूँ बना रहा है,मैं तुझे यहाँ से नीचे कूदने के लिए नही बोलूँगा ,बेफिकर रह..."फिर अपने होंठो पर मुस्कान लाते हुए अरुण बोला"कभी ईशा को टच किया है..."
"ह्म्म्म...ना,कभी नही, बिल्कुल भी नही, ज़रा सा भी नही... इत्तु सा भी नहीं... ऐश को तो बस देखा है..."
"आज ईशा को छु के दिखा..."
"पागल है क्या बे, सबके सामने इज़्ज़त की वॉट क्यूँ लगवा रहा है..."
"हज़ार की शर्त है..."
"घंटा.... मुझे हज़ार रुपये से ज़्यादा अपनी जान प्यारी है...वो मेरा खून कर देगी..."
"फिर तो मैं यही समझूंगा कि ,तेरे मे वो दम नही है...जो रोमिओ मे उसकी जूलिएट के लिए था, मजनू मे उसकी लैला के लिए था, रांझा मे उसकी हीर के लिए था..."
"देख ,तू मुझे जानता नही...यदि मैं चाह लू ना तो.. अभी इसी वक़्त उसके साथ सेक्स भी कर सकता हूँ.. और वो मुझे कुछ बोलेगी भी नही... पर श्री अरमान का लेवल ही अलग है चीजों को करने का "
"पहले तो उसे उसी कि मर्ज़ी से टच करके दिखा..."
"मैं उसे नही,वो मुझे टच करेगी...लेकिन एक शर्त पर, शर्त हज़ार की नही दो हज़ार की होगी..."
"डन..."अरुण खुश होते हुए बोला...
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अब जब अरुण के सामने अपनी शेखी झाड़ ही आया था तो उसे अब सही भी साबित करना था...वरना अच्छी ख़ासी रेप्युटेशन की धज्जिया उड़ जाती, क्यूंकि वहा अरुण के आलावा बाकी लड़के भी थे. मैं अपने दिमाग़ मे एक प्लान बनाते हुए धीरे-धीरे ईशा की तरफ बढ़ा...वो अब भी वहाँ अकेली खड़ी थी और किसी से फोन मे बात करने लगी थी. मैं उससे लगभग एक मीटर की दूरी पर खड़ा हुआ और इंतज़ार करने लगा उस वक़्त का,जब वो कॉल कट कर दे और थोड़ी देर बाद उसने जैसे ही ऐसा किया,मैं धीमी आवाज़ मे गुनगुनाया...
"तुम्हारी नज़रों मे हमने देखा...अजब सी चाहत झलक रही है..."
वो एक बार मेरी तरफ पलटी और मुझे देखते ही गुस्से से भर गयी, मैं उसके और करीब गया और एक बार फिर से वही गाना गुनगुनाया....
"क्या है...?"वो चिढ़ते हुए बोली
"तुझे कही देखा है, कल हॉस्टल मे तू ही झाड़ू लगा रही थी ना.. मेरा रूम सॉफ करना क्यों भूल गयी,"
"दिमाग़ तो सही है..."दाँत पीसते हुए वो बोली...
"मज़ाक था... दिल पे मत लो ... "....... (मुँह मे लो 🤣)
"मज़ाक उनसे किया करो,जो तुम्हारे दोस्त हो..."
"तू सच मे चुड़ैल है... दिन भर खुन्नस मे रहती है. डायन कही की..."
"शट अप...."
"अपना तो सुबह से शटर डाउन है..."मैं उसके और करीब जाते हुए बोला"ये जो तेरा बाय्फ्रेंड है ना.. गौतम. वो मुझसे डरता बहुत है.. .मैं जैसे ही क्लास से बाहर आया देखा नहीं कैसे वो खिसक लिया यहाँ से ..."
"वो किसी से नही डरता.."
"और ये तुम्हे कैसे मालूम ?"
"क्यूंकी मुझे मालूम है कि वो यहाँ से क्यूँ गया..."
"क्यूँ...?"
"क्यूंकी उसे फेयरवेल पार्टी अरेंज..."बोलते हुए वो रुक गयी
"एक्सक्यूस मी, मैं तुम्हे क्यूँ बताऊ कि वो यहाँ से क्यूँ गया..."
"चल गुस्सा छोड़..और बता कैसे बीती छुट्टिया..."
"That isn't your businees .."
"कुछ नया ,कुछ पुराना..... कुछ तो बता..."
"As i said, that isn't your business..."
इसी बीच मैने एक नज़र दूर खड़े अरुण पर डाली,जो अपनी घड़ी मे इशारा करके मुझे बता रहा था कि रिसेस का टाइम जल्द ही ख़त्म होने वाला है...मैं ईशा से और भी बाते करता, उसका सर खा जाता...लेकिन टाइम की कमी की वजह से मैं सीधे पॉइंट पर आया,...
कुछ दिन पहले जब मैं घर मे था तो सर से स्ट्रेस दूर करने के तरीके इंटरनेट पर तलाश रहा था, तभी मुझे कुछ ऐसा मिला जिसके द्वारा हम किसी भी शक्स को कुछ पल के लिए हिप्नोटाइज़ड कर सकते है, इसका असर सामने वाले शख्स पर 5 से 10 सेकेंड्स तक रहता है और इस हाइप्नॉटाइज़ को अप्लाइ करने के लिए बस कुछ ऐसा कहना पड़ता है ,जिसे सुनकर सामने वाला कुछ देर के लिए होश खो बैठे... .इस तरह से हाइप्नॉटाइज़ करने के लिए अलग ही टोन मे बोलना पड़ता था, जो की डिपेंड करता था कि आप किसी मेल को हाइप्नॉटाइज़ कर रहे है या किसी फीमेल को....इधर ऐश को भी टाइम का अंदाज़ा हुआ तो वो क्लास के अंदर जाने के लिए हुई,लेकिन मैने उसे आवाज़ दी...
" Arman, i 'm not interested in you.. You're not my type. So, Stop wasting your time ..."
"तेरे इश्क़ की वजह से यदि कोई मेरे सीने मे खंज़र खोंप दे या फिर दिल निकाल कर अंगारो के बीच रख दे..."उसके बाद मैने आवाज़ तेज़ और भारी करते हुए कहा" तेरे इश्क़ की वजह से यदि कोई मेरे सीने मे खंज़र खोंप दे या फिर दिल निकाल कर अंगारो के बीच रख दे..तो मुझे इसकी ज़रा सी भी परवाह नही...,लेकिन तेरी आँखो से आँसू का एक बूँद भी निकला तो वो मेरे लिए कयामत है..."
मेरा फ़ॉर्मूला एक दम फिट बैठा था, मेरे बोलने के अंदाज़ से ऐश एक दम शांत, भौचक्की होकर मेरी आँखो मे देखने लगी.. ये मैने क्या बोल दिया और तभी मैने अपना एक हाथ उसकी तरफ बढ़ाते हुए कहा"विश्वास ना हो तो.. मेरा हाथ छूकर देखो.. मै तो कबका मर चुका हूँ.. बस तुमसे ये कहना था तो.. यहाँ आ गया .."
उसने वैसा ही किया और अपना हाथ मेरे हाथ पर रख दिया..और जब उसका हाथ मेरे हाथ से छु गया तो
"बधाई हो, आप बेवकूफ बन गये.." हसते हुए मै वहा से अरुण की तरफ बढ़ा ...
"क्यूँ बे,हार्ट अटॅक आ गया ना, दो हज़ार गँवाने के बाद..."
"तू तो भाई है अपना...तू अब क्या मेरे से पैसे लेगा भाई ..."
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मैं आगे की कहानी भी नोन-स्टॉप सुनाए जाता यदि उसी वक़्त निशा का कॉल ना आया होता तो, इस वक़्त शाम के 5 बजे थे और बाहर का मौसम बादल के घिरे होने से एक दम बढ़िया था और मन को सुकून देने वाला था
"हां,निशा..."मैने कॉल रिसीव की..
Barsha🖤👑
26-Nov-2021 06:10 PM
आगे क्या होगा..
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